DA Hike: देशभर के लाखों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए जुलाई का महीना एक अच्छी खबर लेकर आ सकता है। मौजूदा आर्थिक हालात और महंगाई के आंकड़ों को देखते हुए सरकार जुलाई में महंगाई भत्ते यानी DA में बढ़ोतरी कर सकती है। यह निर्णय कर्मचारियों को वित्तीय मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ उनकी क्रयशक्ति को बनाए रखने में मदद करेगा।
जुलाई में कितनी हो सकती है DA में बढ़ोतरी
जुलाई 2025 में महंगाई भत्ते में लगभग 3 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होने की संभावना है। यदि ऐसा होता है, तो मौजूदा 55 प्रतिशत DA बढ़कर 58 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। यह इजाफा केंद्रीय कर्मचारियों की मासिक सैलरी में सीधा असर डालेगा और उन्हें बढ़ती महंगाई के दौर में राहत देगा।
AICPI इंडेक्स ने दी स्पष्टता
जनवरी से अप्रैल 2025 तक के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI) के आंकड़ों से यह संकेत मिले हैं कि महंगाई भत्ता 57 प्रतिशत के पार पहुंच चुका है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मई और जून के आंकड़े भी इसी प्रवृत्ति के अनुसार आते हैं, तो जुलाई में DA में 3 प्रतिशत की वृद्धि तय है।
बढ़ी हुई सैलरी से कर्मचारियों को मिलेगा प्रत्यक्ष लाभ
DA बढ़ोतरी से कर्मचारियों की सैलरी में सीधा असर देखने को मिलेगा। अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 30,000 रुपये है, तो 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी से हर महीने लगभग 900 रुपये अतिरिक्त मिल सकते हैं। यह सालाना 10,800 रुपये की वृद्धि के बराबर है, जो किसी भी मध्यमवर्गीय परिवार के लिए राहत का काम करेगी।
7वें वेतन आयोग की अंतिम बढ़ोतरी हो सकती है
यह जुलाई की बढ़ोतरी संभवतः सातवें वेतन आयोग के तहत अंतिम महंगाई भत्ता संशोधन होगी। सरकार जनवरी 2026 से आठवें वेतन आयोग को लागू करने की योजना बना रही है। ऐसे में यह बढ़ोतरी कर्मचारियों के लिए नए वेतनमान से पहले की अंतिम राहत होगी।
आधिकारिक घोषणा में अभी थोड़ा समय बाकी
हालांकि जुलाई से DA लागू होगा, लेकिन इसकी आधिकारिक घोषणा सितंबर या अक्टूबर तक होने की उम्मीद है। सरकार पहले सभी आवश्यक डेटा की समीक्षा करती है और फिर कैबिनेट की मंजूरी के बाद इसे सार्वजनिक किया जाता है। बढ़ा हुआ भत्ता उस महीने की सैलरी में जोड़ा जाएगा जिसमें मंजूरी मिलती है, और पिछले महीनों का भुगतान एरियर के रूप में किया जाएगा।
भविष्य में और अधिक राहत की संभावना
सरकार द्वारा 2026 में आठवां वेतन आयोग लागू किए जाने की तैयारी चल रही है, जो कर्मचारियों के लिए एक नई शुरुआत साबित हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि नए वेतनमान में महंगाई भत्ते और अन्य भत्तों की गणना नए सिरे से की जाएगी, जिससे कुल सैलरी में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है।