UP Deled Admission: उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे लाखों युवाओं के लिए एक राहत भरी खबर सामने आ रही है। डीएलएड एडमिशन 2025 को लेकर परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने नया प्रस्ताव तैयार कर लिया है जिसे जल्द ही शासन को भेजा जाएगा। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद जुलाई के आखिरी सप्ताह से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने तैयार किया प्रस्ताव
डीएलएड में दाखिले को लेकर इस बार परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने पहले से बेहतर रणनीति के तहत प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव में कॉलेज आवंटन, काउंसलिंग, मेरिट लिस्ट और पोर्टल संचालन जैसी सभी प्रमुख बिंदुओं पर स्पष्ट दिशा-निर्देश तय किए गए हैं। परीक्षा नियामक सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी के अनुसार यह प्रस्ताव दो से तीन दिन में शासन को भेज दिया जाएगा।
जुलाई से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया
डीएलएड सत्र 2025-26 के लिए आवेदन प्रक्रिया जुलाई के अंतिम सप्ताह से शुरू होने की संभावना है। शासन स्तर से मंजूरी मिलते ही परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा आधिकारिक पोर्टल पर पूरा कार्यक्रम जारी किया जाएगा। इस बार भी छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से ही आवेदन का विकल्प मिलेगा, जिससे प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सरल होगी।
प्रदेश में मिलेंगी दो लाख से अधिक सीटें
प्रदेश भर में डीएलएड के लिए इस बार करीब दो लाख सीटों पर दाखिले की व्यवस्था की जा रही है। इसमें 66 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) और करीब 3000 निजी डीएलएड कॉलेज शामिल हैं। सभी कॉलेजों में सीट आवंटन राज्य स्तरीय मेरिट के आधार पर किया जाएगा, जिससे योग्य छात्रों को उनकी रैंक के अनुसार संस्थान मिल सके।
मेरिट के आधार पर होगा दाखिला
उत्तर प्रदेश में डीएलएड में दाखिले के लिए किसी भी प्रकार की प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की जाती है। अभ्यर्थियों को 10वीं, 12वीं और स्नातक की मार्कशीट में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट में शामिल किया जाता है। यही मेरिट लिस्ट कॉलेज आवंटन का आधार बनती है। उच्च रैंक वाले अभ्यर्थियों को सरकारी DIET कॉलेज मिलने की संभावना अधिक होती है।
लाखों छात्रों को मिलेगा शिक्षक बनने का अवसर
हर साल की तरह इस बार भी डीएलएड में लाखों की संख्या में आवेदन आने की उम्मीद है। यह कोर्स उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की दिशा में पहला और जरूरी कदम माना जाता है। डीएलएड कोर्स पूरा करने के बाद अभ्यर्थी UPTET जैसी शिक्षक पात्रता परीक्षाओं के लिए योग्य बनते हैं, जिससे उन्हें प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाने का अवसर मिलता है।
दो वर्ष का शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स
डीएलएड एक पूर्णकालिक दो वर्षीय शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स है जिसे शिक्षा मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों में करवाया जाता है। यह कोर्स अभ्यर्थियों को न केवल शिक्षण कौशल सिखाता है, बल्कि उन्हें विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सक्षम भी बनाता है। इस कोर्स के माध्यम से अभ्यर्थी बाल मनोविज्ञान, कक्षा प्रबंधन और शिक्षण विधियों का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करते हैं।
पोर्टल की टेस्टिंग अंतिम चरण में
परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा पोर्टल की टेस्टिंग का काम भी लगभग पूरा कर लिया गया है। जैसे ही शासन स्तर से प्रस्ताव को मंजूरी मिलेगी, पोर्टल पर आवेदन का लिंक और दिशानिर्देश लाइव कर दिए जाएंगे। छात्रों को अपने सभी शैक्षणिक दस्तावेज और पहचान पत्र तैयार रखने की सलाह दी गई है ताकि आवेदन प्रक्रिया के दौरान कोई तकनीकी बाधा न आए।
शिक्षकों की कमी को दूर करेगा यह एडमिशन
उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए डीएलएड एडमिशन 2025 अहम भूमिका निभाने वाला है। यह दाखिला प्रक्रिया न केवल योग्य शिक्षकों की संख्या बढ़ाएगी, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में भी सहायक सिद्ध होगी। सरकार का उद्देश्य है कि हर बच्चे को प्रशिक्षित शिक्षक उपलब्ध कराया जा सके।